premanand ji maharaj death news :– मथुरा से वायरल अफवाह पर फैक्ट-चेक रिपोर्ट पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोर पकड़ रही थी कि वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज का निधन हो गया है। फेसबुक, एक्स (ट्विटर) और यूट्यूब पर श्रद्धांजलि संदेशों की बाढ़ आने लगी। लेकिन जब इस खबर की सच्चाई सामने आई, तो पाया गया कि यह पूरी तरह फर्जी (Fake News) थी।

वायरल खबर से भक्तों में मची हलचल
premanand ji maharaj death day :- कई लोगों ने बिना पुष्टि किए ही सोशल मीडिया पर महाराज जी को श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया। कुछ चैनलों ने भी जल्दबाज़ी में यह खबर चला दी कि महाराज जी अब नहीं रहे। इससे भक्तों में अफरा-तफरी मच गई और उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जाने लगीं। लोग पूछने लगे की प्रेमानन्द महाराज जीवित है या मृत्यु हो गयी
आश्रम से आया आधिकारिक बयान
वृंदावन स्थित श्री हित प्रेमानंद जी महाराज आश्रम की ओर से इस पूरे मामले पर साफ बयान जारी किया गया।
आश्रम ने कहा —
“महाराज जी पूर्णतः जीवित हैं और चिकित्सकीय देखरेख में हैं। सोशल मीडिया पर फैली मृत्यु संबंधी खबरें भ्रामक हैं, कृपया उन पर ध्यान न दें।”
यह बयान आने के बाद स्पष्ट हो गया कि इंटरनेट पर फैली अफवाहों का कोई आधार नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट्स में क्या सामने आया?
कई प्रमुख मीडिया संस्थानों ने भी इस खबर की जांच की।
- दैनिक भास्कर ने वृंदावन संवाददाता के हवाले से पुष्टि की कि महाराज जी स्वस्थ हैं और आश्रम में भक्तों से मिल भी रहे हैं।
- इंडिया टीवी की फैक्ट-चेक टीम ने भी रिपोर्ट में बताया कि “मृत्यु की खबरें झूठी हैं, हालांकि वे लंबे समय से किडनी रोग से जूझ रहे हैं।”
- टाइम्स ऑफ इंडिया ने हाल में जारी एक वीडियो का जिक्र किया, जिसमें प्रेमानंद जी हँसते हुए भक्तों से बातचीत करते दिखे।
स्वास्थ्य को लेकर क्या है सच्चाई?
यह बात सत्य है कि प्रेमानंद जी को किडनी फेलियर की गंभीर समस्या है।
वे डायलिसिस पर हैं और नियमित चिकित्सा देखरेख में रहते हैं। कई भक्तों ने उन्हें गुर्दा दान करने की इच्छा जताई थी, लेकिन महाराज जी ने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया।
उन्होंने कहा था —
“शरीर तो नश्वर है, इसे जितना चलाना हो, सेवा और भक्ति के लिए चलाओ।”
उनका यह संतुलित और संयमित उत्तर ही उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
क्या पहले भी फैली थीं ऐसी अफवाहें?
हाँ, यह पहली बार नहीं है। पिछले वर्ष भी इसी तरह की एक अफवाह फैली थी, जिसे बाद में झूठा पाया गया।
कई बार कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स बिना पुष्टि के भावनात्मक पोस्ट डाल देते हैं, और वहीं से फेक न्यूज का सिलसिला शुरू हो जाता है।
premanand ji maharaj death news की सच्चाई क्या है?
सभी विश्वसनीय रिपोर्ट्स और आश्रम से मिली जानकारी के अनुसार:
- प्रेमानंद जी महाराज पूरी तरह जीवित हैं।
- उनकी तबीयत पहले जैसी नहीं है, पर वे चिकित्सकीय निगरानी में हैं।
- मृत्यु की खबरें झूठी और आधारहीन हैं।
- भक्तों से अपील है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
निष्कर्ष
इस पूरे मामले से यही स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली खबरों पर तुरंत विश्वास नहीं करना चाहिए।
फेक न्यूज न केवल भ्रम फैलाती है, बल्कि किसी के सम्मान और भावनाओं को भी आहत कर सकती है।
प्रेमानंद जी महाराज फिलहाल सुरक्षित हैं और भक्तों से अनुरोध है कि वे उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करें, न कि अफवाहों का हिस्सा बनें।

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